प्रियजन बंधू सहपाठी संग मिलकर खुशी मनाएंगे। प्रियजन बंधू सहपाठी संग मिलकर खुशी मनाएंगे।
विनती करूं मैं नाथ,दर पे टिका के माथ, एक क्षण मुझे भी निहारो मेरे राम जी। विनती करूं मैं नाथ,दर पे टिका के माथ, एक क्षण मुझे भी निहारो मेरे राम जी।
आओ हम सब एक जुट हो जाए देश को फिर से राम जी के पास लाए। आओ हम सब एक जुट हो जाए देश को फिर से राम जी के पास लाए।
बड़ी फुरतीली ,धारीदार गिलहरी सुंदर लगती। बड़ी फुरतीली ,धारीदार गिलहरी सुंदर लगती।
आओ आओ अवधपुर राम जी हम कब से निहारें तोरी राह जी। आओ आओ अवधपुर राम जी हम कब से निहारें तोरी राह जी।
राम राम टें टें शायद राम का अर्थ वो नहीं जानता या नहीं जानता मैं। राम राम टें टें शायद राम का अर्थ वो नहीं जानता या नहीं जानता मैं।